
कुछ लोगो को पैरों में दर्द सिर्फ रात में ही होता है। इससे नींद बाधित हो सकती है या अच्छी गुणवत्ता वाली नींद मुश्किल हो सकती है।
अगर आप रात में पैरों के दर्द से पीड़ित हैं तो सामान्य कारणों का पता लगाने के लिए यह लेख अवश्य पढ़ें और प्रत्येक स्थिति का सबसे अच्छा इलाज कैसे करें, यह जानें। कई मामलों में कुछ घरेलू उपचार रात में होने वाले पैर दर्द को कम कर सकते हैं, पर आपको डॉक्टर को दिखाने की आवश्यकता पड़ सकती है।
पैर के पंजे में दर्द के कुछ कारण

1. प्लांटर फासिटिस
वह टिश्यू जो आपके पैर के तलवों में आगे से लेकर पीछे एड़ी तक जाता है उसे प्लांटर फेसिया कहते हैं। जब इस पर तनाव या खिंचाव पड़ता है तो इसमें सूजन आती है, इसे प्लांटर फासिटिस कहते हैं।
इसके कुछ मुख्य कारण निम्न है।
- फ्लैट फुट
- मोटापा
- हाई फुट आर्च
- टाइट काफ मांसपेशियां
- गाउट
- डायबिटीज
2. गर्भावस्था(प्रेगनेंसी)
गर्भावस्था के समय शरीर में कैल्शियम का स्तर असामान्य रूप से परिवर्तित होता है इस बदलते हुए कैल्शियम स्तर की वजह से गर्भावस्था में पैरों में ऐठन या दर्द होता है। इसके अलावा रक्त परिसंचरण धीमा होना, डीवीटी होना, थकान पानी की कमी और वजन का बढ़ना भी गर्भावस्था में पैर के दर्द का कारण बनते हैं।
3. मधुमेह (डायबिटीज)
खून में शुगर की अधिकता समय के साथ तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाती है। इससे पैरों की तंत्रिका ए भी प्रभावित होती हैं और समय के साथ दर्द और झनझनाहट पैरों में बढ़ जाती है।
4. फाइब्रोमायलजिया
फाइब्रॉम्याल्जिया एक पुरानी स्थिति का रोग है जिसमें दर्द खिंचाव और कठोरता शरीर के विभिन्न भागों में आती है, इसमें पैरों और अन्य क्षेत्रों में दर्द भी शामिल है। रात में एंटी इन्फ्लेमेटरी हार्मोन कोर्टिसोल का कम स्तर इस दर्द को जबरदस्त तरीके से बढ़ावा देता है।
5. नसों ( नर्व)का दबना
आपके टखने में कुछ नसों के दबाव से टार्सल टनल सिंड्रोम हो सकता है। या पीठ या कूल्हे में सियाटेक नर्व के दबाव से भी दर्द हो सकता है। दोनों ही मामलों में रात में इन नसों पर दबाव बढ़ जाता है जिसकी वजह से इनका दर्द रात में ज्यादा महसूस होता है।
इन 5 कारणों के अलावा और भी कई कारणों की वजह से पैर में दर्द होता है जैसे दिनचर्या की अनियमितताएं, पैर के पंजे की बनावट में कमी आदि।
क्या रात में पंजे के दर्द के कुछ घरेलू उपचार हैं?

कभी-कभी बिना डॉक्टर को दिखाएं घर में ही आप पंजे के दर्द का उपचार कर सकते हैं कुछ उपाय निम्न है।
1. पानी की कमी ना होने देना
ज्यादा पानी पीकर आप हाइड्रेटर रह सकते हैं जिससे रात में मांसपेशियों में क्रैंप दूर करने में मदद मिलती है। ज्यादा पानी पीने से पैरों में सूजन में भी कमी आती है।
2.टो और हील लिफ्ट स्ट्रेचिंग
पैर की एड़ी और पंजेको उठाने का साधारण स्ट्रेचिंग व्यायाम पंजे के दर्द में काफी राहत पहुंचा सकता है खास करके प्लांतर फेसिाइटिस में।
कैसे करें
1.पैर को जमीन पर सीधा रखकर फायर की उंगलियों को ऊपर की तरफ उठाएं और फिर उसे शरीर की तरफ मोड़े। इस अवस्था में 10 सेकंड तक स्थिति बनाकर रखें। कम से कम 10 बार इसको दोहराएं।
2. पैर के पंजों के बल खड़े होकर पीछे एड़ी को उठाएं 10 सेकंड तक उस स्थिति में रोककर रखें। इसे भी कम से कम 10 बार दोहराएं।
यह पंजे और एड़ी के स्ट्रेचिंग व्यायाम 10- 10 के तीन सेट में एक बार करें और इसे दिन में कई बार दोहराएं।
3. बर्फ से सिकाई
तेज चुभने वाले दर्द के लिए अपने पैरों पर आइस पैक रखना फायदेमंद हो सकता है। आइस पैक को कपड़े में लपेटकर पैर पर रखें जिससे या सीधा आपके पैर की त्वचा को ना लगे। आइस पैक को 10 मिनट के लिए छोड़ दें। इसे शाम को हर घंटे दोहराए।
4. मालिश
एक मुलायम और आरामदायक मालिश आपके पैर में रक्त परिसंचरण सुधारने और मांसपेशियों में खिंचाव को कम करने में सहायक होती है।
अगर आपको पैर के पंजों में दर्द लगातार बना हुआ है या धीरे-धीरे ज्यादा बढ़ता जा रहा है तो अपने डॉक्टर से सलाह लेना अत्यंत आवश्यक है। बहुत तेज दर्द ,सुन्नपन और चलने में कठिनाई होना- यह लक्षण गंभीर समस्या की ओर इशारा करते हैं।
उपरोक्त समस्याओं में चिकित्सक क्या समाधान दे सकते हैं।

अगर घरेलू उपचार रात के समय होने वाले पैर के दर्द में सहायक नहीं है तो अपने डॉक्टर से बात करना चाहिए और वह निम्न रोगों में निम्न कुछ उपाय सुझा सकते हैं।
प्लांटर फैसिटिस: शू इंसर्ट या आर्थोपेडिक हील पैड इसमें मदद कर सकते हैं इसके अलावा कंट्रास्ट बाथ और पंजे के व्यायाम भी मददगार होते हैं।
डायबिटीज: ब्लड शुगर उचित प्रबंधन से पैरों के दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
फाइब्रोम्यालजिया: फाइब्रॉम्याल्जिया का समूल जड़ से कोई इलाज उपलब्ध नहीं है पर कुछ दवाएं जैसे स्टीरॉयड और दर्द निवारक इसमें मदद पहुंचा सकते हैं।
प्रेगनेंसी: गर्भावस्था में पैरों में दर्द होने पर शरीर में कैल्शियम का स्तर जांच करने की आवश्यकता पड़ सकती है अगर शरीर में कैल्शियम या अन्य मिनरल का स्तर कम है तो डॉक्टर आपको यह सप्लीमेंट दे सकते हैं।
नर्व का दबना: पैरों में नस का दबना अक्सर अस्थाई होता है और बिना किसी इलाज या घरेलू इलाज के द्वारा ज्यादातर मामलों में ठीक हो जाता है। पर अगर नस का दबाव कमर की वजह से है या शादी का है तो डॉक्टर से संपर्क करके वह जांच करा कर ही उचित इलाज करना चाहिए।
अंतिम वाक्य
उपचार और रोकथाम ही यह सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम उपाय है कि आपका पंजे का दर्द कम हो और आपको अच्छी नींद मिले। आप अपने पैरों की देखभाल में सही फिटिंग के जूते ,स्ट्रेचिंग व्यायाम और सही लाइफस्टाइल अपनाकर पैर के पंजों के दर्द कम करने की दिशा में अपना योगदान दे सकते हैं। परंतु सूजन होने या नसों पर दबाव होने पर , स्थिति खराब होने से रोकने के लिए डॉक्टर से अवश्य मिलें।
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