क्या पानी की कमी कमर दर्द और स्लिप डिस्क बढ़ा सकती है?/is dehydration increases back pain and slip disc

यह जरूर सुनने में आश्चर्यजनक लग सकता है क्योंकि हमने ज्यादातर पानी की कमी से सूखा, बीपी लो हो जाना, गला सूख जाना ,चक्कर आना आदि के बारे में सुना है लेकिन यह तथ्य भी सत्य है की पानी की कमी से आपको स्लिप डिस्क या कमर का दर्द बढ़ सकता है । तो इस ब्लॉग में इसी के बारे में बात करेंगे कैसे पानी की कमी से स्लिप डिस्क या कमर दर्द बढ़ जाता है और क्या तरीके अपनाकर हम इससे बच सकते हैं।

पानी की कमी कैसे कमर दर्द को बढ़ाती है?

हमारी रीड की हड्डी में जो डिस्क होती है उसमें जेली की तरह एक पदार्थ होता है इसमें पानी संचित रहता है यह पानी डिहाइड्रेशन में सूख जाता है जिसकी वजह से डिस्क की तरलता और संपेडता कम हो जाती है।

आमतौर पर पूरे दिन हमारी रीढ़ की हड्डी प्राकृतिक टूट-फूट से होकर गुजरती है, जिससे धीरे-धीरे डिस्क का पानी निकल जाता है पर आमतौर पर इससे कोई समस्या नहीं आती क्योंकि जब हम चलते हैं तो गुरुत्वाकर्षण की वजह से पानी पुनः डिस्क में पहुंच जाता है लेकिन जब हम पानी कम पीते हैं ,पानी की कमी होती है तो डिस्क रिहाइड्रेट नहीं हो पाती और वह सूखकर सिकुड़ने लगती है और फिर यहीं पर परेशानी शुरू होती है ,दबाव पड़ने पर डिस्क की दबाव सहने की क्षमता कम हो जाने की वजह से डिस्क bulge या हेर्निएट हो जाती है और पीछे नसों को दबा सकती है जिसकी वजह से ये कमर दर्द और सियाटीका का दर्द होने का कारण बनती है।

डिहाइड्रेटेड डिस्क के क्या लक्षण होते हैं?

डिहाइड्रेटेड डिस्क के आमतौर पर लक्षण कमर के निचले भाग में अत्यधिक तेज दर्द और पैरों में सुन्नपन आना है। निम्नलिखित लक्षण अतिरिक्त चेतावनी का संकेत हैं।

  • कमर के निचले हिस्से में फूल जाना (bulging spot) का बनना।
  • पैरों में तेज शूटिंग दर्द होना।
  • पैरों में झुनझुनी या सुन्नता।
  • पैर की मांसपेशियों में कमजोरी
  • पैर में रिफ्लेक्श का ना होना

पानी की कमी से कैसे बचा जा सकता है?

पानी के बारे में सबसे अच्छी बात यह है या हर जगह है और लगभग मुफ्त में उपलब्ध है। इसका मतलब है कि पानी की कमी उसे होने वाले कमर दर्द को दूर करना आसान है। यहां पर कुछ सुझाव दिए गए जो आपको पानी की कमी से दूर रखना और आपकी डिस्क को हाइड्रेटेड करने में सहायक हैं।

1. ज्यादा पानी पिएं।

सामान्य तौर पर यह कहा जाता है कि हमें एक से 2 लीटर पानी प्रतिदिन पीना चाहिए पर यह पूरी तरह फिट नहीं बैठता क्योंकि अलग-अलग लोगों ने अलग-अलग पानी की आवश्यकता का स्तर अलग अलग होता है। उदाहरण के लिए एक एथलीट को पानी की अधिक आवश्यकता होती है उस आदमी से जो व्यायाम नहीं करता। गर्मियों में शरीर में पानी की अधिक आवश्यकता होती है दूसरे मौसम के अपेक्षा। मोटे लोगों को अधिक पानी की आवश्यकता होती है।

2.एक्सरसाइज या वर्कआउट के समय पानी जरूर पिएं।

एक सामान्य आदमी को व्यायाम से दौरान आधा लीटर से डेढ़ लीटर तक पानी का नुकसान हर घंटे के व्यायाम पर हो सकता है।

एक तरफ जहां अधिकांश लोग कसरत करते समय पानी पीते हैं वही काफी लोग पसीने से होने वाले पानी के नुकसान को पूरा करने के लिए पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं। आमतौर पर लोग प्यास लगने के आधार पर पानी पीते हैं। प्यास लगने के आधार पर पानी पीना निश्चित रूप से अच्छा संकेत है कि आपको पीना चाहिए ,पर यह दूसरी तरफ यह भी इशारा करता है कि आप पहले से डिहाइड्रेटेड है।

स्वास्थ्य की दूसरी चीजों की तरह पानी पीने का पैमाना भी इस धरती पर हर एक आदमी के लिए अलग-अलग है। यह इसलिए क्योंकि हर इंसान अलग है। शरीर का वजन, कसरत का प्रकार और तीव्रता ,आसपास का तापमान, शारीरिक फिटनेस आदि चीजों पर यह निर्भर करता है कि आप कितना पसीना निकालते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने शरीर को स्वयं जानिए और यह पता लगाइए कि आपको कसरत के दौरान कितने पानी की आवश्यकता है।

वैसे विशेषज्ञों के अनुसार व्यायाम के दौरान तीन अलग-अलग बिंदुओं पर पानी पीना चाहिए।

व्यायाम के पहले

व्यायाम के दो-तीन घंटे पहले कम से कम आधा लीटर पानी पीना चाहिए।और व्यायाम शुरू करने के 20-30 मिनट पहले 250एमएल पानी पीना चाहिए।

व्यायाम के बीच में

जब आप व्यायाम कर रहे हो तो आपको व्यायाम की तीव्रता और कितना पसीना आ रहा है इस आधार पर, हर 15 से 20 मिनट में 250एम एल पानी पीना चाहिए।

व्यायाम के बाद

व्यायाम खत्म करने के बाद 30 मिनट के अंदर आपको 200 एमएल पानी पीना चाहिए।

जहां यह भी ध्यान देने योग्य बात है की अगर आप 1 घंटे या उससे ज्यादा का व्यायाम करते हैं तो आपको साथ में सोडियम और पोटेशियम युक्त स्पोर्ट्स ड्रिंक जरूर रखना चाहिए। स्पोर्ट्स ड्रिंक का चुनाव करते समय एक बात जरूर ध्यान रखें कि उसमें चीनी (शुगर )की मात्रा कम से कम हो।

3.अपने मूत्र (urine)पर जरूर ध्यान दें।

आपका शरीर हाइड्रेटेड है या नहीं, आपका मूत्र इसको काफी सटीक तरीके से बता सकता है। मूत्र के द्वारा शरीर हानिकारक और अपशिष्ट पदार्थों से छुटकारा पाता है। अगर आप का मूत्र गहरा पीला या अंबर रंग का है तो इसका मतलब यह है कि इसमें कम पानी और अधिक अपशिष्ट है और यह एक मजबूत संकेत है की आप कम मात्रा में पानी का सेवन कर रहे हैं।

यदि आप स्वस्थ और हाइड्रेटेड है तो आप के मूत्र का रंग हल्का पीला होना चाहिए। यहां यह भी ध्यान देने वाली बात है कि अगर आप अधिक पानी पीते हैं तो आपको बार-बार पेशाब जाने की जरूरत पड़ती है बार बार बाथरूम जाना कुछ असुविधाजनक हो सकता है पर धीरे-धीरे आपका शरीर तरल पदार्थों की मात्रा के हिसाब से इसको समायोजित कर लेगा और कुछ समय के बाद आपको बार बार बाथरूम जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

4.डिस्क हाइड्रेशन और ELDOA

क्योंकि हमारी डिस्क में कोई खून की सप्लाई नहीं होती है इसलिए वह पोषक तत्व और पानी के लिए इंबाइबशन(अंत:शोषण) के तरीके पर निर्भर रहती है। जब हम लेटते हैं या रात में सोते हैं, सही तरीके से चलते हैं तो हमारी डिस्क इंबाइबमिशन(अंत:शोषण) तरीके से अपने आप को रिहाइड्रेट कर लेती है अगर हम पर्याप्त पानी पीते हैं तो।

ELDOA व्यायाम के द्वारा हम डिस्क के इंबिबिशन तरीके से रिहाइड्रेशन को और अधिक बढ़ा सकते हैं।

ELDOA व्यायाम का एक फायदा यह भी है कि यह उन उतको(tissues) को भी मजबूती प्रदान करने में सहायक होते हैं,जो रीढ़ को लंबी अवस्था में बनाए रखते हैं। पर ELDOA व्यायाम के इन फायदे को लेने के लिए आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी भी होना आवश्यक है।ELDOA व्यायाम के कई और फायदे भी हैं।यह रीढ़ के विशेष खंड को लंबा करके कैनाल डिकॉम्प्रेशन, डिस्क हीलिंग और डिस्क रिपोजिशनिंग भी कर सकता है जिससे हम स्लिप डिस्क की समस्या से पूरी तरह ठीक भी हो सकते है।ELDOA व्यायाम के लिए ये यूट्यूब वीडियो देखें।https://youtu.be/JX43wlUGhko

5.चिकित्सक ये सप्लीमेंट आपको दे सकते हैं।

ग्लूकोसामाइन और chondroitin कार्टिलेज के आवश्यक अवयव हैं। इनका कॉम्बिनेशन दिन में तीन बार 60 दिनों तक लेने से लाभ हो सकता है उसके बाद धीरे धीरे उसकी खुराक कम की जा सकती है। इसके अतिरिक्त कैल्शियम और ओमेगा 3 फैटी एसिड लेने से भी फायदा मिलता है।

अंतिम वाक्य

हाइड्रेटेड रहने के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपके रीढ़ की हड्डी के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालने के अलावा और भी बहुत कुछ कर सकता है, हालांकि यह एक बहुत बड़ा लाभ है। इसके हृदय संबंधी लाभ भी हैं, आपके गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, आपकी मांसपेशियों को पोषक तत्व पहुंचाने में मदद करता है, आपके बालों को घना होने में मदद करता है, आपकी त्वचा को नरम महसूस कराता है और भी बहुत कुछ। अतः हाइड्रेटेड रहना सामान्य तौर पर भी आपके लिए विन-विन की परिस्थिति है।

यह ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है कि कॉफी और जूस जैसे पूरे दिन अन्य तरल पदार्थ पीने से वास्तव में आपको अपने जरूरत के दैनिक सेवन की मात्रा की ओर बढ़ने में मदद मिलती है। बेशक, अंतर यह है कि आप आम तौर पर उन पेय के साथ अन्य रसायनों, शर्करा, एसिड और अधिक ले रहे हैं, इसलिए उन्हें जिम्मेदारी से सेवन किया जाना चाहिए।इसके अलावा और भी तरीके और ट्रिक हैं हाइड्रेटेड रहने के। निश्चय आपको करना है कि कौन सा तरीका आपके लिए उपयुक्त है।आप ऑनलाइन ढूंढ सकते है,या मेरा ही एक अन्य ब्लॉग इस पर है,वह देख सकते हैं।

7 तरीके पानी ज्यादा पीने केhttps://hamarihealth.in/7-%e0%a4%a4%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%80-%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%be-%e0%a4%aa%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%95%e0%a5%87/?preview=true&preview_id=443&preview_nonce=fcc6e67868&frame-nonce=623ed3b1da&amp=1

Published by Vivekswarnkar

Dr. Vivek Swarnkar, an Orthopedic Surgeon with more than 15 years of experience.

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