
सामान्यता लगभग हर व्यक्ति को अपने जीवन काल में कभी न कभी कमर का दर्द होता है। और बिना किसी इलाज या घरेलू इलाज से ठीक भी हो जाता है। परेशानी तब होती है जब चेतावनी वाले लक्षण प्रकट होते हैं लेकिन अनजाने में हम उसे नकार देते हैं या उपेक्षित कर देते हैं। तो यहां पर हम ऐसे ही कुछ लक्षणों के बारे में बात करेंगे जिनके दिखने पर आपको अपने विशेषज्ञ चिकित्सक से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
1. अगर आप का दर्द कमर के अलावा शरीर के अन्य हिस्सों में जाने लगे।

अगर अगर दर्द कमर से जांघों में होते हुए नीचे पैर के पंजे तक जाने लगे या जांघों के बगल में और जांघों के आगे शूटिंग तेज दर्द हो या तेज झनझनाहट और करंट की तरह महसूस हो तो यह स्लिप डिस्क या सिया टीका के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थित में डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।
2. पैरों में सुन्नपन या कमजोरी महसूस होने लगे

कमर दर्द के साथ-साथ आपको पैरों में सुन्नपन आ जाए या पैरों में कमजोरी महसूस होने लगे, पैर का पंजा या अंगूठा चलना बंद कर दें या सामान्य दर्द की दवा से दर्द में आराम ना हो तो यह गंभीर स्थिति हो सकती है ऐसी स्थिति में चिकित्सक से जरूर संपर्क करना चाहिए।
3. एक्सीडेंट या चोट के बाद कमर में दर्द हो।

अगर एक्सीडेंट या चोट लगने के बाद लगातार कमर में दर्द बना हुआ है या फिर बिस्तर से उठने ,झुकने या चलने पर कमर में दर्द होने लगता है तो इसमें फैक्चर हो सकता है इसलिए डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए क्योंकि इसके तत्काल निवारण की आवश्यकता होती है।
4. अगर आपका कमर दर्द किसी निश्चित मुद्रा या निश्चित समय में बढ़ जाता है।

उदाहरण के लिए अगर आप का दर्द रात में बढ़ जाता है और आपको नींद से जगा देता है या फिर लेटने पर दर्द बढ़ जाता है या जब कुछ वजन उठाते हैं तब दर्द बढ़ जाता है, तो यह कुछ गंभीर समस्या के भी लक्षण हो सकते हैं जैसे इंफेक्शन, फैक्चर ,कैंसर,नस का दबना इत्यादि। आपको अवश्य अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
5. कमर दर्द के साथ-साथ आपको पेशाब पाखाने में भी समस्या होने लगे।

अगर कमर दर्द के साथ साथ आपको पेशाब पाखाने पर नियंत्रण ना रह जाए यानी पेशाब या पाखाना अपने आप होने लगे, तो या एक गंभीर समस्या कोडा इक्वैना सिंड्रोम की तरफ इशारा करते हैं, जो आपकी रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में नसों की पैरालिसिस की वजह से हो सकता है ।इसमें तुरंत सर्जरी की भी आवश्यकता हो सकती है इसलिए बिना देर किए चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
6.बिना कारण वजन घट रहा हो।

अगर बिना डाइट और जीवन शैली बदले तेजी से वजन घटे तो यह खतरे की घंटी हो सकती है और अगर साथ में कमर दर्द भी है तो यह टीबी जैसे इन्फेक्शन या ट्यूमर ,कैंसर का भी संकेत हो सकता है। अगर बिना किसी कारण वजन कम हो तो डाक्टर से संपर्क करना चाहिए।
7. अगर कमर दर्द के साथ साथ लगातार बुखार बना रहे।

अगर बुखार सामान्य दवाओं से ना जा रहा हो और साथ में लगातार कमर दर्द के साथ बना हुआ हो तो अब कोई स्पाइन का इंफेक्शन हो सकता है इसलिए चिकित्सक से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
सामान्यता है ऊपर दिए गए लक्षणों के अलावा अगर आपको तेज कमर दर्द 3 हफ्ते या उससे ज्यादा समय से बना हुआ है तो भी चिकित्सक से अवश्य संपर्क करके उसका समाधान करना चाहिए।
ब्लॉग आपको कैसा लगा कृपया लाइक और सब्सक्राइब करें और यह सुझाव भी दे कि आप किस टॉपिक पर ब्लाग चाहते हैं।
Stretching in sciatica
स्लिप डिस्क के concept को समझने के लिए ये यू ट्यूब वीडियो देखें