
अगर हां या ना में जवाब दिया जाय तो जवाब होगा, नहीं
रूमेटॉयड आर्थराइटिस में इलाज का मुख्य उद्देश्य remission होता है।
रिमिशन का मतलब होता है कि आप लक्षणों और संकेतो से मुक्त हों।
दूसरा उद्देश्य रूमेटॉयड आर्थराइटिस की प्रगति(progression) और भड़कने(flare up) को रोकना।
कब उपचार करना प्रभावी होता है
शुरुआती अवस्था में ही लक्षणों के दिखने पर उपचार शुरू कर देना सबसे प्रभावी होता है।
रोग-संशोधित एंटीरहायमैटिक दवाएं (DMARDs), रूमेटॉयड आर्थराइटिस के लक्षणों को दूर करने में प्रभावी हो सकती हैं।
- आम DMARD में शामिल हैं:
- मेथोट्रेक्सेट
- लेफ्लुनामाइड
- हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन
- सल्फासालजीन
ये दवायें रूमेटॉयड आर्थराइटिस की प्रगति(progression) को रोकने में भी सहायक हैं।
नया क्या है इलाज में?
बायोलॉजिक्स (biologics) रूमेटॉयड आर्थराइटिस के लक्षणों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक नई प्रकार की दवा है। ये DMARDs की तुलना में तेजी से काम करते हैं। ये उन प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया(immune response) को दबाते हैं जो सूजन (inflammation)पैदा करती हैं।
बायोलॉजिक्स जिनमें शामिल हैं:
- abatacept (Orencia)
- rituximab (Rituxan)
- tocilizumab (Actemra)
सूजन को रोकने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले एंटी-टीएनएफ बायोलॉजिक्स में शामिल हैं:
- adalimumab
- certolizumab
- etanercept
कब बायोलॉजिक्स इस्तेमाल होते हैं?

यदि DMARD दी जाती है हैं और कुछ हफ्तों के बाद सूजन, दर्द और जकड़न में कमी नहीं दिखाई देती है, तो आपके डॉक्टर एक बायोलॉजिक्स के इस्तेमाल का सुझाव दे सकते है।
DMARD से आराम न मिलने पर अक्सर DMARD+बायोलॉजिक्स का इस्तेमाल भी डॉक्टर द्वारा किया जाता है।
और क्या तरीके है इसके इलाज के
1.ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाएं
ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाएं रूमेटॉयड आर्थराइटिस के लक्षणों का इलाज करती हैं, लेकिन अंतर्निहित बीमारी का नहीं।
इन दवाओं में नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs), जैसे इबुप्रोफेन और नेप्रोक्सन सोडियम आदि शामिल हैं।
2.स्टेरॉइड्स
प्रेडनिसोन रूमेटॉयड आर्थराइटिस के तीव्र लक्षणों से राहत दिलाने में प्रभावी हो सकती है, लेकिन लंबे समय तक उपयोग में साइड इफेक्ट का जोखिम जुड़ा हुआ है।
3.शारीरिक चिकित्सा और व्यायाम
शारीरिक या व्यावसायिक चिकित्सा(physical or occupational therapy)आपके जोड़ों को लचीला बनाए रखने में मदद कर सकती है।
4. सर्जरी सर्जरी की सीमित भूमिका है, जोड़ पूरी तरह से खराब हो जाने पर उसे बदलना एक कारगर उपाय होता है।
नई रिसर्च क्या है

कुछ शोधकर्ताओं ने वेगस तंत्रिका(vagus nerve) को उत्तेजित करने के लिए प्रयोग किया है।और इंफ्लेमेटरी प्रक्रिया को मोडिफाई किया है और यह दिखाया है की वेगस नर्व स्टिम्युलेटर को अगर मेथोथ्राक्सेट के साथ दिया जाए तो अकेले मेथोथ्राक्सेट(DMARD) के इस्तेमाल से अच्छा परिणाम मिलता है।
JAK इन्हिबिटर्स
JAK इन्हिबिटर्स आपके शरीर में सूजन(inflammation) पैदा करने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं को रोकने में मदद करते हैं। मेथोट्रेक्सेट भी यही करता है, लेकिन एक अलग तरीके से। कुछ मरीजों के लिए, JAK अवरोधक अधिक काम करते हैं।
आज तक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने रूमेटॉयड आर्थराइटिस के इलाज के लिए तीन प्रकार के JAK अवरोधकों को मंजूरी दी है:
tofacitinib
Baricitinib
upadacitinib
JAK अवरोधक लेने के संभावित लाभों और जोखिमों के बारे में अधिक जानने के लिए, अपने डॉक्टर से बात करें। वे आपको यह जानने में मदद कर सकते हैं कि क्या इस प्रकार की दवा आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है।
BTK इन्हिबिटर पर रिसर्च
Bruton’s tyrosine kinase (BTK) एक एंजाइम है जो सूजन(inflammation) में भूमिका निभाता है। बीटीके की कार्रवाई को अवरुद्ध करने के लिए, शोधकर्ता एक बीटीके अवरोधक का विकास और परीक्षण कर रहे हैं जिसे फेनब्रुटिनिब( fenebrutinib)कहा जाता है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड का प्रभाव
अपनी निर्धारित दवाएं लेने के अलावा, अध्ययनों से पता लगा है कि अपने दैनिक दिनचर्या में ओमेगा -3 पूरक जोड़ने से रूमेटॉयड आर्थराइटिस के लक्षणों को सीमित करने में मदद मिल सकती है।
शुरुआती अवस्था में ही लक्षणों के दिखने पर उपचार शुरू कर देना चाहिए,तभी इसके प्रभाव को अच्छे तरीके से रोका जा सकता है।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि लगभग सभी दवाएं साइड इफेक्ट और संबंधित जोखिमों के साथ आती हैं। आप अपना इलाज शुरू करने से पहले संभावित दुष्प्रभावों के बारे में अपने डॉक्टर से बात जरूर कर लें।