आजकल की जिंदगी में लगभग सभी लोगों ने चिंता Anxiety का अनुभव अपने जीवन में कभी ना कभी किया है, चाहे परीक्षा देनी हो या लोगों के सामने बोलना हो या भीड़भाड़ में गाड़ी चलाना हो। तनावपूर्ण परिस्थितियों में चिंता का होना सामान्य बात है, पर यह अस्थाई होती है और जल्दी ही खत्म हो जाती है।
Anxiety disorder (दुश्चिंता, चिंता रोग )अलग बात है, यह एक रोग है
अगर आप उन परिस्थितियों में भी भय और चिंतित महसूस करते हैं जो चिंतित होने वाली नहीं है तो आपकोanxietydisorder( दुश्चिंता, चिंता रोग) हो सकता है और यह डॉक्टरी सलाह लेने का समय है।
इसके अलावा बेचैनी और चिड़चिड़ापन, एकाग्रता की कमी होना,बहुत जल्दी थक जाना, नींद ना आना या बार-बार नींद का खुलना ये भी लक्षण हो सकते हैं।
डॉक्टर से कब सम्पर्क करें
•अगर इन लक्षणों की वजह आपकी दिनचर्या प्रभावित हो रही हो
•अगर ये लक्षण 6 महीने से ज्यादा समय से आ रहे है
•अगर आपको जीवन के 1 से ज्यादा क्षेत्र में एंजाइटी हो रही हों जैसे नौकरी, स्वास्थ्य, निजी संबंध आदि
•अगर आपको और भी कोई बीमारी हो जैसे डायबिटीज, हृदय रोग आदि
Anxiety disorders मूलतः 4 तरह के होते हैं
- Generalized anxiety disorder
- Panic disorder
- Social anxiety disorder
- Specific phobias
प्रत्येक डिसऑर्डर में लक्षण थोड़े अलग तरीके के होते हैं पर सभीanxiety disorder एक लक्षण साझा करते है कि आप उन परिस्थितियों में भी भय और चिंतित महसूस करते हैं जो चिंतित होने वाली नहीं है।
आपको यह ब्लॉग पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। कृपया सुझाव भी दे।
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